सूर्य ग्रहण संपूर्ण जानकारी.. लाभ,हानि,सूतक सब कुछ
सूर्य ग्रहण..सम्पूर्ण जानकारी
1- लाभ
2- हानि/सावधानी/महिलाओं हेतु विशेष
3- समय
4- ग्रहण का सूतक
मित्रों सूर्य ग्रहण आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या 21 जून 2020 दिन रविवार को प्रातः 10:00 बजे से प्रारंभ होकर ग्रहण का मोक्ष दोपहर 2:15 पर लगभग संपन्न होगा जो कि विभिन्न स्थानों पर 15 से 20 मिनट समय घटता बढ़ता है ..के अनुसार होगा ।
लाभ
मित्रों सूर्य ग्रहण एक ऐसी खगोलीय घटना है जिसमें हम दीपावली जैसी सिद्धि कर सकते हैं सूर्य ग्रहण के समय में की गई पूजा ध्यान और मंत्र सिद्धि दीपावली में की गई सिद्धियों जैसी ही होती है इसलिए हम सभी साधक व धार्मिक आस्था से जुड़े लोगों से अनुरोध करेंगे कि जो भी पूजा पाठ मंत्र जाप व सिद्धि करनी है वह आप सूर्य ग्रहण के समय अवश्य करें जिससे आपको अनंत गुना लाभ की प्राप्ति अवश्य होगी ।
हानि/सावधानी/महिलाओं हेतु विशेष
मित्रों ग्रहण के समय उत्पन्न होने वाली नकारात्मक ऊर्जा/किरणें तो वास्तव में हानि पहुंचाती हैं वह चाहे प्रत्यक्ष हो या अप्रत्यक्ष ...
जैसा कि हम अपने पूर्वजों से पीढ़ी दर पीढ़ी सुनते और जानते हैं इसलिए बताया जाता है कि सूर्यग्रहण के दौरान भोजन करना सयन करना सब वर्जित होता है ...
विशेषतया गर्भवती महिलाओं के लिए उन से मेरा अनुरोध रहेगा कि वह ग्रहण के दौरान कटाई बुनाई कढ़ाई भोजन बनाना या सोना ऐसे कोई भी कार्य ना करें इस दौरान भगवान का भजन मानसिक जाप इत्यादि करें तथा ग्रहण से पहले गर्भवती महिलाएं अपने पेट पर गाय के गोबर का पतला सा लेप अवश्य लगाएं व अपने आंचल में एक हल्दी की गांठ थोड़ा सा अक्षत और कुछ तुलसी के पत्र रखकर गांठ लगाकर यह अवश्य बांधकर रखें ....
ग्रहण के पश्चात स्नान करके ही भोजन बनाएं व सभी लोग भोजन ग्रहण करें उसके पहले खाना पीना सब वर्जित होता है ऐसा हमारे ज्योतिष शास्त्रों में बताया जाता है ।
यह सारे नियम रोगी,बालक और यात्रा में लागू नहीं होते हैं..
ग्रहण का समय
मित्रों ग्रहण का समय अलग-अलग स्थानों पर भिन्न-भिन्न हो जाता है सामान्यतः यह ग्रहण 21 जून 2020 को प्रातः काल 10:00 से प्रारंभ होकर ग्रहण का मोक्ष दोपहर 2:15 तक रहेगा ।
आप अपने शहर का निश्चित समय जानने के लिए पंचांग का सहारा ले सकते हैं...
ग्रहण का सूतक
मित्रों जैसा कि आप सभी जानते हैं सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले लग जाता है मतलब 20 तारीख को रात्रि 10:00 बजे से सूतक प्रारंभ हो जाएगा इसलिए उसके पहले दिन में ही आप सभी तुलसी पत्र तोड़ कर रख लेंगे या कुशा रख लेंगे और उसको अपने सभी खाद्य सामग्री जैसे घी दाल चावल या जो लोग पानी इकट्ठा करके रखते हैं उसमें तुलसी की पत्तियां या कुशा डालकर 20 तारीख को दिन में ही रख देंगे..
मित्रों 20 तारीख को रात 10:00 बजे से सूतक लग जाने के कारण सभी मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे और आप सभी भी अपने घर के मंदिरों को बंद कर देना मूर्तियों को स्पर्श नहीं करना है जो भी पूजा जाप करनी है वह मानसिक दूर बैठकर करनी है ।
मित्रों प्रयास पसंद आए तो जुड़िए हमारे ब्लॉक में और अपने बहुमूल्य विचार कमेंट के माध्यम से अवश्य प्रदान करें ...
ताकि हम आपके लिए नित नई ज्ञानवर्धक जानकारी इसी तरह लाते रहे...
आपके अपार प्रेम के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
आपका अपना... विनोद कुमार
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